PAN Card Scam: PAN से बन रहा करोड़ों का फर्जी बिज़नेस! | GST Fraud Notice News

PAN card misuse का एक नया और डरावना चेहरा सामने आया है, जिसमें साधारण लोग जैसे कि अंडे और जूस बेचने वाले भी अब करोड़ों के GST fraud notice का सामना कर रहे हैं। ज़रा सोचिए, आप दिनभर मेहनत से अपनी ठेली चलाते हैं, और अचानक एक दिन ₹6 करोड़ का टैक्स नोटिस आपके घर पहुंच जाता है, वो भी ऐसे बिज़नेस के नाम पर जो आपने कभी किया ही नहीं। ऐसा ही कुछ हुआ है मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के दो छोटे कारोबारियों के साथ, और यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है।

PAN Card Misuse से कैसे बना करोड़ों का फर्जी कारोबार?

भारत में हर नागरिक के लिए PAN कार्ड एक जरूरी दस्तावेज है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपका PAN कार्ड अगर किसी फ्रॉड या स्कैमर के हाथ लग जाए, तो उसका क्या नतीजा हो सकता है? हाल ही की घटनाएं यही दिखा रही हैं कि PAN कार्ड के ज़रिए फर्जी कंपनियां रजिस्टर की जा रही हैं और उनके नाम पर करोड़ों का बिज़नेस दिखाया जा रहा है। फिर जब GST विभाग जाँच करता है, तो नोटिस उस व्यक्ति को जाता है जिसका PAN कार्ड इस्तेमाल हुआ है—चाहे उसे उस कारोबार की हवा भी न हो।

मामले में खास बात ये है कि दोनों पीड़ितों का डिजिटल रूप से कहीं कोई संबंध नहीं है, फिर भी उनके दस्तावेज़ किसी ने चुराए और GST registration के लिए इस्तेमाल कर लिए। ये घटनाएं न सिर्फ फ्रॉड की गंभीरता को दिखाती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि हमारी पर्सनल जानकारी कितनी असुरक्षित हो सकती है।

मामला 1: मध्य प्रदेश का अंडा विक्रेता और ₹6 करोड़ का झटका

नाम: प्रिंस सुमन
जगह: दमोह जिला, मध्य प्रदेश
पेशे: ठेले पर अंडा बेचने वाला
GST Notice: ₹6 करोड़
कंपनी का नाम: Prince Enterprises (दिल्ली बेस्ड फर्जी कंपनी)

प्रिंस सुमन जो कि MP के एक छोटे शहर दमोह में अंडे बेचकर गुज़ारा करते हैं, उन्हें GST विभाग से ₹6 करोड़ का नोटिस मिला। यह नोटिस दिल्ली की किसी “Prince Enterprises” नाम की कंपनी के नाम पर था, जो लेदर, लकड़ी और आयरन जैसे व्यापार कर रही थी। लेकिन प्रिंस का दावा है कि वह कभी दिल्ली तक नहीं गए हैं। उनका कहना है, “हम तो रोज़ अंडे बेचते हैं… अगर हमारे पास ₹50 करोड़ होते तो हर रोज़ खाने के लिए संघर्ष नहीं करते।”

यह पूरी घटना बताती है कि किस तरह fraudulent GST registration के लिए किसी का भी पहचान पत्र और PAN कार्ड गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।

मामला 2: उत्तर प्रदेश के जूस विक्रेता पर ₹7.5 करोड़ का बम

नाम: मोहम्मद रहीस
जगह: अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
पेशे: सड़क किनारे जूस बेचने वाले
GST Notice: ₹7.5 करोड़
फर्जी ट्रांजैक्शन: साल 2020-21 के दौरान

मोहम्मद रहीस, जो रोज़ाना जूस बेचकर अपना गुज़ारा करते हैं, को ₹7.5 करोड़ का tax fraud notice मिला है। वह बताते हैं कि उन्होंने कभी इतना पैसा देखा भी नहीं है। रहीस की माँ कहती हैं, “हम तो रोज़ खाने के लिए जूझते हैं… करोड़ों की बात हमारे लिए सपना भी नहीं है।”

संभावना है कि उनके दस्तावेज़ 2022 के पंजाब चुनावों के दौरान किसी ने गलत तरीके से इस्तेमाल कर लिए। अभी वह सरकार से मदद की मांग कर रहे हैं ताकि उनका नाम साफ हो सके।

PAN Card कैसे हो सकता है Misuse?

PAN कार्ड का इस्तेमाल कई तरह के रजिस्ट्रेशन और फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता है। लेकिन जब ये डॉक्युमेंट्स किसी स्कैमर के हाथ लग जाते हैं, तो वे इसका उपयोग करके GST नंबर, फर्जी कंपनी रजिस्ट्रेशन और बैंकों में अकाउंट खोलने जैसी गतिविधियाँ कर सकते हैं।

ऐसे फर्जी रजिस्ट्रेशन से असली PAN धारक को कई तरह के नोटिस, जुर्माने और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ये केस इसी बात की पुष्टि करते हैं कि हमारा सिस्टम अभी भी personal data की सुरक्षा के मामले में कमजोर है।

कैसे पता करें कि आपके PAN का गलत इस्तेमाल तो नहीं हो रहा?

अगर आप भी सोच रहे हैं कि कहीं आपके PAN नंबर का इस्तेमाल भी किसी फर्जी कंपनी में तो नहीं हो रहा, तो आप बहुत ही आसान तरीके से इसे ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।

👉 GST Portal PAN Search

ऊपर दिए गए लिंक पर जाकर आप अपने PAN नंबर से जुड़ी सभी पंजीकृत कंपनियों को देख सकते हैं। अगर वहाँ कोई ऐसी कंपनी दिखे जिसका आपसे कोई लेना-देना नहीं है, तो तुरंत GST helpline और cyber crime police से संपर्क करें।

सरकार क्या कर रही है?

हालाँकि सरकार का कहना है कि GST पोर्टल पर सभी डॉक्युमेंट्स का सत्यापन होता है, लेकिन हालिया घटनाओं से साफ हो गया है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह foolproof नहीं है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह पहचान पत्र और डॉक्युमेंट के verification को और मजबूत करे, ताकि कोई भी फर्जीवाड़ा न कर सके।

आम लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

  1. किसी को भी अपना PAN कार्ड, Aadhaar कार्ड या बैंक डॉक्युमेंट्स न दें—चाहे वो आपके जान-पहचान वाला ही क्यों न हो।
  2. अगर कहीं आपने डिजिटल डॉक्युमेंट भेजे हैं (जैसे किसी जॉब एप्लिकेशन में), तो PDF को password-protect करके भेजें।
  3. समय-समय पर अपने PAN और Aadhaar से जुड़ी एक्टिविटीज़ को चेक करते रहें।
  4. कोई भी नोटिस आने पर तुरंत प्रोफेशनल की मदद लें और खुद से डरकर छुपें नहीं।

निष्कर्ष

PAN Card fraud और fake GST registration जैसी घटनाएं अब सिर्फ बड़ी कंपनियों तक सीमित नहीं रहीं। अब आम आदमी, जो सड़क पर अंडा या जूस बेचता है, वह भी स्कैमर्स का निशाना बन रहा है। इससे यह साफ है कि डिजिटल इंडिया के इस दौर में सुरक्षा सिर्फ बैंक या मोबाइल तक नहीं, बल्कि पहचान पत्रों तक भी जरूरी हो गई है। अगर आपने अभी तक अपने PAN से जुड़ी गतिविधियाँ नहीं देखी हैं, तो आज ही समय निकालकर चेक करें। एक छोटा कदम आपके नाम और भविष्य को बड़े संकट से बचा सकता है।

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