Harshita Goyal UPSC Age से जुड़ा यह नाम अब देशभर के लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुका है। UPSC Civil Services Examination 2024 में All India Rank 2 (AIR 2) हासिल कर उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि अगर आपके इरादे मजबूत हों और रणनीति स्पष्ट हो, तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। हरियाणा के हिसार में जन्मी और गुजरात के वडोदरा में पली-बढ़ी Harshita ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की अपनी प्रोफेशनल पृष्ठभूमि से अलग हटकर सिविल सेवा की दुनिया में खुद को स्थापित किया।
Harshita Goyal का शैक्षणिक और प्रोफेशनल सफर
Harshita ने MS University of Baroda से B.Com की डिग्री प्राप्त की और फिर CA बनकर कॉर्पोरेट जगत में कदम रखा। लेकिन उनका असली सपना था लोगों की सेवा करना और प्रशासनिक तंत्र का हिस्सा बनना। यही कारण रहा कि उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा की राह पकड़ी, जो भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण परीक्षा मानी जाती है।
Background:
- Place of Birth: Hisar, Haryana
- Hometown: Vadodara, Gujarat
- Educational Qualification: B.Com (MS University of Baroda), Chartered Accountant
- Optional Subject: Political Science and International Relations (PSIR)
- Rank in UPSC CSE 2024: AIR 2
UPSC Journey: मेहनत, अनुशासन और स्मार्ट स्ट्रैटेजी का मेल
UPSC की तैयारी सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि मानसिक तैयारी, रणनीति और नियमित आत्ममूल्यांकन का समन्वय भी है। Harshita ने अपनी तैयारी में तीन मुख्य स्तंभों को प्राथमिकता दी – self-study, current affairs और mock tests.
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तैयारी की रूपरेखा:
Harshita ने किसी कोचिंग संस्थान पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय self-study को ज्यादा महत्व दिया। उन्होंने NCERTs के साथ-साथ Political Science के लिए Shubhra Ranjan की नोट्स और Vision IAS के resources का प्रयोग किया। पुराने सालों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण और उत्तर लेखन अभ्यास उनके रोज़मर्रा के रूटीन का हिस्सा था।
Time Management और Discipline
एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में प्रोफेशनल जिम्मेदारियों के साथ-साथ UPSC की तैयारी करना बेहद कठिन कार्य होता है। लेकिन Harshita ने एक निर्धारित समय-सारणी के अनुसार खुद को अनुशासित रखा। वह समय-समय पर खुद की प्रगति का मूल्यांकन करती थीं और जरूरत पड़ने पर रणनीति में बदलाव लाती थीं।
क्या खास रहा Harshita Goyal की तैयारी में?
- Optional Subject का रणनीतिक चुनाव: Political Science and International Relations, जिससे उन्हें इंटरव्यू के समय भी फायदा मिला।
- Current Affairs पर पकड़: The Hindu और Indian Express जैसे अख़बारों की नियमित पढ़ाई।
- Mock Interviews और टेस्ट सीरीज: समय-समय पर self-assessment के लिए उपयोगी साबित हुए।
- Emotional Resilience: परीक्षा की तैयारी में मानसिक संतुलन बनाए रखना उनकी सबसे बड़ी ताकत रही।
UPSC के रास्ते में आई चुनौतियाँ
Harshita की यात्रा में चुनौतियाँ कम नहीं थीं। एक well-settled CA प्रोफेशन से हटकर UPSC की अनिश्चित दुनिया में कदम रखना आसान नहीं था। सामाजिक दबाव, समय का प्रबंधन, और निरंतर मोटिवेट रहना—यह सभी चुनौतियाँ थीं, जिन्हें उन्होंने अपने दृढ़ आत्मबल से पार किया।
Harshita Goyal की सफलता से क्या सीखा जा सकता है?
- Self-discipline is key: खुद से किया गया अनुशासन ही सबसे बड़ा गुरु होता है।
- Consistency matters: लगातार प्रयास ही बड़े बदलाव लाते हैं।
- Balance between study and rest: Harshita ने अपने समय का सही संतुलन बनाकर काम किया।
- Selective coaching: उन्होंने जरूरत के अनुसार ही बाहरी संसाधनों का प्रयोग किया।
निष्कर्ष
Harshita Goyal की कहानी न केवल UPSC aspirants बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो कठिन परिस्थितियों में भी हार मानने को तैयार नहीं होते। एक सफल चार्टर्ड अकाउंटेंट से लेकर भारत की दूसरी सबसे होनहार सिविल सेवक बनने तक का उनका सफर इस बात का प्रमाण है कि अगर आप सच्चे दिल से कुछ पाने की ठान लें, तो दुनिया की कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती। UPSC जैसी कठिन परीक्षा को उन्होंने जिस धैर्य, साहस और समझदारी से पार किया है, वह उन्हें आने वाले वर्षों में एक कुशल IAS या IFS अफसर बनने की ओर ले जाएगा।